अशोक अश्वनी और उसकी पत्नी सुमन ग्राम खरेलापुर पोस्ट टांडा अफजल तहसील ठाकुरद्वारा जिला मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के स्थाई निवासी हैं
अशोक के नाम ग्राम खरलापुर में 40 बीघा जमीन है अशोक ने अपने पुत्र अश्वनी की शादी ग्राम असलेम पुर तहसील ठाकुरद्वारा जिला मुरादाबाद निवासी महावीर की पुत्री अंशु कुमारी के साथ की अंशु और अश्वनी दोनों ही उत्तर प्रदेश राज्य के हैं अश्वनी के पिता अशोक ने उत्तराखंड में 2004 में 200 वर्ग गज जमीन का प्लॉट खरीद लिया था जो वर्ष 2019 में नगर पालिका परिसीमन में आया अशोक का परिवार उत्तराखंड के किसी भी परिवार रजिस्टर में दर्ज नहीं है बल्कि ग्राम खेरलापुर मैं उसका परिवार रजिस्टर फरवरी 2024 की छाया प्रति यूपी में दर्ज है जिसका बिना कैंसिलेशन किेये अशोक ने अपनी पत्नी सुमन के नाम जसपुर में खाद्य सुरक्षा का राशन कार्ड बनवाकर लगभग 4 साल से खाद्य सुरक्षा के राशन का लाभ ले रहा है जिसके लिए उक्त अशोक व उसका परिवार पा त्र नहीं है
अशोक की पत्नी सुमन व अशोक के नाम उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा आज भी किसान सम्मान निधि आ रही है
अशोक ने जसपुर तहसील के कर्मचारियों को गुमराह करके फर्जी तरीके से अपने पुत्र अश्वनी की पत्नी अंशु का फर्जी स्थाई प्रमाण पत्र उत्तराखंड राज्य का बनवा दिया और उत्तराखंड के प्राइमरी शिक्षक की भर्ती पर उसके पुत्र की पत्नी अंशु का चयन भी हो गया है जो जिला पौड़ी गढ़वाल के शलर्ट ब्लॉक में कार्यरत है शिकायतकर्ता द्वारा scert देहरादून sit क्षेत्रीय जांच एजेंसी हल्द्वानी निदेशक प्रारंभिक शिक्षा देहरादून वह जिला शिक्षा अधिकारी पौड़ी गढ़वाल को संलग्न को के साथ पत्र प्रेषित किया है और निवेदन क्या है की जांच कर उक्त महिला को प्राइमरी शिक्षक के पद से हटाया जाए वह धोखाधड़ी कर फर्जी स्थाई बनाने के आरोप में उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाईजाए
यहां जानकारी दिलाते चलें की अशोक अश्वनी और सुमन का नाम 2021 की वोटर लिस्ट में ग्राम खरलापुर में है
वहीं 2024 की वोटर लिस्ट में भी उक्त तीनों के नाम मौजूद हैं
यही नहीं परिवार रजिस्टर ख रेलापुर से अशोक अश्विनी और सुमन देवी का नाम आज तक कैंसिल नहीं किया गया
उक्त अशोक अश्वनी और सुमन के नाम जसपुर नगर पालिका की कोई 15 से 20 साल पुरानी हाउस टैक्स की रसीद भी नहीं है
आखिर किस प्रकार अशोक के पुत्र की पत्नी अंशु का स्थाई उत्तराखंड राज्य के जसपुर तहसील में बना चिंता का विषय है
अशोक की पत्नी सुमन वह खुद अशोक के नाम यूपी में जमीन है जिसकी किसान सम्मन निधि आज भी दोनों पति-पत्नी ले रहे हैं
चिंता का बिषय यह है कि यदि आज भी किसान सम्मन निधि यूपी से ले रहे हैं तो उत्तराखंड के स्थाई कैसे हो गए
आज भी यूपी के परिवार रजिस्टर में उनका नाम दर्ज है तो फिर उत्तराखंड के स्थाई कैसे
आज भी यूपी की 2024 की वोटर लिस्ट में तीनों के नाम है तो फिर उत्तराखंड के स्थाई कैसे
सभी प्रणाम पत्र स्थाई जांच एजेंसी को इस आशय से प्रेषित किए गए हैं कि उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी
संपादक
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